
आज
नींद देर से खुली. सूर्योदय हो चुका था . जब मैं जोगर्स पार्क पंहुचा तो
एर्नेस्ट हेमिंग्वे की शक्ल से मिलता जुलता अधेड़ एक टैंकर ट्रक लेकर पहुंचा
. उम्र करीब ७० साल ; साधू की तरह दाढ़ी . वैसे तो तक़रीबन एक मील लंबे
पूरे पार्क में पानी का टाइ
मर
स्प्रिन्क्लर लगा हुआ है पर कुछ रिमोट जगहों पर जहाँ पानी की फुहार नहीं
पहुंचती थी वहाँ वह पानी पटाने लगा. एक घंटे बाद जब मैं लौट रहा था तब वह
भी पम्प समेट कर जाने की तैयारी कर रहा था. कुछ और लोग भी टहल रहे थे उस
पानी पटाने वाले से बेखबर . मुझसे नज़र मिली. मैंने उसे हेलो और गुड
मोर्निंग कहा. उसने भी मुस्कुराकर मोर्निंग कहा. कोई पाच मिनट बाद मैं रोड
पार करने वाला ही था कि उसकी ट्रक दाहिने तरफ से तेज़ी से आने लगी. वह बखूबी
आराम से बढ़ सकता था. पर उसने गाड़ी रो़क दी और मुझे रोड पार करने का इशारा
करने लगा.
मुझे और उसे भी शायद बहुत अच्छा लग रहा था.